तुम्हारे शहर में नया था मैं और कुछ ख्वाब पुराने से, सभी अपने से लगते थे यहां और मैं तुम्हारे शहर में नया था मैं और कुछ ख्वाब पुराने से, सभी अपने से लगते थे यह...
सिंदूरी आकाश ने खुद को अन्धकार में घेरने की तैयारी कर ली सिंदूरी आकाश ने खुद को अन्धकार में घेरने की तैयारी कर ली
कोयल चहकी हवाएँ बहकीं बसंत तुम्हारे स्वागत में। कोयल चहकी हवाएँ बहकीं बसंत तुम्हारे स्वागत में।
गया न कोई दर से खाली होती हर दिल की आस है पूरी गया न कोई दर से खाली होती हर दिल की आस है पूरी
दर्द के बीच में हमदर्द ढूँढता हूँ आजकल कांटों में छुपे फूल ढूँढता दर्द के बीच में हमदर्द ढूँढता हूँ आजकल कांटों में छुपे फूल ढूँढता